वो रूठ के बोली... "तुम्हें सब शिकायतें मुझ ही से हैं,"
हम ने सर झुका के कह दिया..,"मुझे सब उम्मीदें भी तो तुझ ही से हैं"..!!💞✒
खुदगर्ज की बस्ती में एहसान भी
एक गुनाह हैं,
जिसे तैरना सिखाओ वही डुबाने
को तैयार रहता हैं.💞✒
પાંખો કાપીને આભ અકબંધ રાખે છે,
પછી એનું નામ લોકો સંબંધ રાખે છે.
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